मुंबई: बॉलीवुड के ‘खिलाड़ी’ अक्षय कुमार अपने अनुशासन और साधारण जीवनशैली के लिए जाने जाते हैं। हालांकि अक्षय कुमार एक सुपरस्टार हैं और वह अपने परिवार को हर लग्जरी देने में सक्षम हैं, लेकिन उन्होंने अपने बेटे आरव कुमार को फर्स्ट क्लास में ट्रैवल करने की इजाजत नहीं दी है। इस चौंकाने वाली वजह को खुद अक्षय ने एक इंटरव्यू में बताया था।
साधारण जीवन जीने की सीख
अक्षय कुमार का मानना है कि भले ही उनके बच्चे एक सुपरस्टार के परिवार में पैदा हुए हों, लेकिन उन्हें साधारण जीवन जीने की आदत डालनी चाहिए। उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि मेरा बेटा आरव अपनी जड़ों से जुड़ा रहे और जान सके कि लग्जरी चीजें जीवन की असली जरूरतें नहीं हैं। मैं नहीं चाहता कि वह यह महसूस करे कि जीवन में सबकुछ आसानी से मिल जाता है।”
फर्स्ट क्लास में ट्रैवल न करने की वजह
अक्षय ने अपने बेटे को फर्स्ट क्लास में ट्रैवल न कराने की खास वजह यह बताई कि उन्हें डर है कि कहीं उनके बच्चे जीवन की असली कठिनाइयों को न समझ पाएं। अक्षय ने कहा, “जब हम यात्रा करते हैं, तो मैं चाहता हूं कि आरव इकोनॉमी क्लास में ट्रैवल करे, ताकि वह जीवन की वास्तविकता को महसूस कर सके। फर्स्ट क्लास की आरामदायक यात्रा का अनुभव उसे ये सोचने पर मजबूर न करे कि दुनिया इतनी आसान है।”
माता-पिता के संस्कार
अक्षय कुमार खुद एक साधारण परिवार से आते हैं और उनके माता-पिता ने उन्हें सादगी और अनुशासन सिखाया है। अक्षय मानते हैं कि वह अपने बच्चों को भी वही संस्कार देना चाहते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जब आरव बड़ा होगा और खुद अपने पैसे कमाएगा, तब वह उसे अपनी मेहनत से अर्जित किए गए पैसे का मूल्य समझने का मौका देंगे।
आरव की परवरिश में अनुशासन पर जोर
अक्षय और उनकी पत्नी ट्विंकल खन्ना अपने बच्चों की परवरिश में अनुशासन और आत्मनिर्भरता पर खास जोर देते हैं। अक्षय ने कई बार सार्वजनिक मंचों पर कहा है कि वह चाहते हैं कि उनके बच्चे कठिन मेहनत करें और अपनी सफलता खुद हासिल करें, न कि उनकी स्टारडम के आधार पर।
प्रशंसकों की प्रतिक्रिया
अक्षय कुमार के इस फैसले की प्रशंसा उनके प्रशंसकों और सोशल मीडिया पर भी खूब हो रही है। फैंस का मानना है कि अक्षय एक आदर्श पिता हैं, जो अपने बच्चों को सही जीवन मूल्यों और संस्कारों के साथ बड़ा कर रहे हैं।