हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के दो दिग्गज खिलाड़ी, विराट कोहली और गौतम गंभीर, एक इंटरव्यू में साथ नजर आए। इस इंटरव्यू में कोहली ने गंभीर से उनके क्रिकेट करियर और व्यक्तिगत जीवन से जुड़े कई दिलचस्प सवाल पूछे। इंटरव्यू के दौरान गौतम गंभीर ने कई अनसुने किस्से साझा किए, जिनमें सबसे खास नेपियर टेस्ट का था, जब वह मैदान पर हनुमान चालीसा सुन रहे थे।
नेपियर टेस्ट का किस्सा
गौतम गंभीर ने 2009 में न्यूजीलैंड के खिलाफ नेपियर टेस्ट की एक अनोखी घटना को याद किया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपनी हनुमान चालीसा सुनने की आदत के कारण उस मैच में अपनी एकाग्रता बनाए रखी। गंभीर ने कहा, “उस टेस्ट में, मैं लगातार हनुमान चालीसा सुन रहा था, जिससे मुझे धैर्य और मानसिक स्थिरता बनाए रखने में मदद मिली। वह मैच मेरे करियर के सबसे चुनौतीपूर्ण पलों में से एक था, और हनुमान चालीसा ने मुझे बहुत सहारा दिया।”
विराट को श्रेय
गंभीर ने इंटरव्यू के दौरान विराट कोहली की कप्तानी और उनकी मेहनत की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, “विराट ने भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने एक मजबूत और आक्रामक टीम बनाई, जो हर परिस्थिति में जीतने की मानसिकता के साथ खेलती है। विराट की कप्तानी में टीम ने जो सफलता हासिल की है, वह काबिले तारीफ है।”
विराट और गंभीर के बीच की केमिस्ट्री
यह इंटरव्यू इसलिए भी खास था क्योंकि अतीत में कोहली और गंभीर के बीच मैदान पर तीखी नोक-झोंक देखने को मिली थी। हालांकि, इंटरव्यू के दौरान दोनों ने एक दूसरे के प्रति सम्मान दिखाया और पुरानी बातों को पीछे छोड़ते हुए सकारात्मक बातचीत की। दोनों ने न केवल अपने क्रिकेट अनुभव साझा किए, बल्कि एक दूसरे की प्रशंसा भी की।
फैंस का रिएक्शन
यह इंटरव्यू फैंस के बीच काफी चर्चा में रहा। जहां एक तरफ फैंस ने कोहली और गंभीर के बीच की इस बातचीत को एक नई शुरुआत के तौर पर देखा, वहीं दूसरी तरफ गंभीर के हनुमान चालीसा वाले किस्से ने लोगों का ध्यान खींचा। सोशल मीडिया पर इस इंटरव्यू के अंश तेजी से वायरल हो रहे हैं, और फैंस इसे क्रिकेट इतिहास के कुछ अनमोल पलों में से एक मान रहे हैं।