जुमे की नमाज के बाद मौलाना अमानुल्लाह रजा ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने हिजबुल्लाह का समर्थन करने की बात कही। मौलाना ने कहा, “हम हिजबुल्लाह के साथ खड़े रहेंगे और उनके समर्थन में आवाज उठाएंगे।”
बयान की मुख्य बातें:
- हिजबुल्लाह का समर्थन: मौलाना रजा ने स्पष्ट किया कि वे हिजबुल्लाह के संघर्ष और उनके उद्देश्यों के प्रति अपनी समर्थन व्यक्त करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस्लामिक संगठनों को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है।
- राजनीतिक स्थिति: मौलाना ने वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर भी टिप्पणी की और कहा कि मुस्लिम समुदाय को अपनी एकता बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सामूहिक शक्ति से ही वे अपनी आवाज को मजबूत कर सकते हैं।
- पारस्परिक समर्थन: उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न इस्लामी समूहों को एक-दूसरे के साथ सहयोग करना चाहिए, ताकि वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें। उनका मानना है कि एकता से ही वे बड़े बदलाव ला सकते हैं।
- अन्य मुस्लिम देशों का समर्थन: मौलाना ने अन्य मुस्लिम देशों से भी अपील की कि वे हिजबुल्लाह का समर्थन करें और अपने-अपने स्तर पर उनके संघर्ष में सहयोग दें।
इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति और मध्य पूर्व के तनाव में एक नई दिशा को जन्म दिया है। मौलाना अमानुल्लाह रजा के इस बयान को इस्लामिक संगठनों द्वारा एक महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है।