आंध्र प्रदेश सरकार ने तिरुपति मंदिर के प्रसिद्ध लड्डू विवाद मामले में जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। यह निर्णय तब लिया गया जब तिरुपति लड्डू की गुणवत्ता और वितरण में कथित अनियमितताओं के आरोप सामने आए।
विवाद का कारण:
तिरुपति मंदिर में प्रसाद के रूप में मिलने वाले लड्डू की विशेष पहचान है, जो देशभर में प्रसिद्ध हैं। हाल ही में, इन लड्डुओं को लेकर कई शिकायतें आई थीं, जिसमें आरोप लगाया गया था कि लड्डू की गुणवत्ता में गिरावट आई है और वितरण प्रक्रिया में भी अनियमितताएँ पाई गई हैं।
SIT गठन का उद्देश्य:
SIT का गठन विवाद की गहराई से जांच करने और संबंधित सभी पहलुओं की जांच करने के लिए किया गया है। यह जांच सुनिश्चित करेगी कि तिरुपति लड्डू के उत्पादन और वितरण में कोई भी अनियमितता न हो। SIT में विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ शामिल होंगे, जो मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच करेंगे।
सरकारी प्रतिक्रिया:
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस मामले पर कहा, “हम तिरुपति लड्डू की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह हमारे सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है, और हम इसे किसी भी प्रकार के विवाद से प्रभावित नहीं होने देंगे।”
भविष्य की कार्रवाई:
SIT की रिपोर्ट के आधार पर, सरकार आवश्यक कदम उठाएगी और अगर किसी भी व्यक्ति या संगठन के खिलाफ अनियमितता साबित होती है, तो उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।