इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए न्योता भेजा है। यह न्योता प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार और पाकिस्तान की सेना के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दिया गया है।
PTI के सूत्रों के अनुसार, इस कदम का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करना और पाकिस्तान के आंतरिक राजनीतिक संकट को वैश्विक मंच पर उठाना है। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा, “हम चाहते हैं कि दुनिया हमारे संघर्ष को समझे। हमने जयशंकर सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय नेताओं को आमंत्रित किया है ताकि वे देख सकें कि पाकिस्तान में किस तरह से लोकतंत्र को कुचला जा रहा है।”
यह न्योता तब आया है जब इमरान खान और उनकी पार्टी की राजनीतिक स्थिति कमजोर हो रही है। खान के नेतृत्व में PTI पहले ही कई बड़े विरोध प्रदर्शन कर चुकी है, जिनमें शरीफ सरकार और पाकिस्तान सेना पर भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप लगाए गए हैं।
हालांकि, भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक नई चुनौती पैदा कर सकता है, जो पहले से ही तनावपूर्ण हैं। दोनों देशों के बीच लंबे समय से कश्मीर और सीमा विवाद जैसे मुद्दों पर तनाव बना हुआ है।
PTI की इस रणनीति को लेकर पाकिस्तान में मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं। कई लोगों का मानना है कि यह देश के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की मांग के बराबर है, जबकि PTI के समर्थक इसे एक सही राजनीतिक कदम बता रहे हैं।
देखना दिलचस्प होगा कि इस आमंत्रण का क्या परिणाम होता है और जयशंकर या अन्य अंतरराष्ट्रीय नेता इस पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं।