हापुड़ का एक युवक सत्यम राय, जो 19 साल पहले रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया था, अब ‘समीर’ बनकर रामपुर में पाया गया है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। सत्यम का अचानक गायब हो जाना और इतने लंबे समय बाद समीर के रूप में उसकी पहचान कई सवाल खड़े कर रहा है।
गायब होने की कहानी
सत्यम राय, जो उस समय 14 साल का था, हापुड़ से अचानक लापता हो गया था। परिवार ने उसकी काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। परिवार ने स्थानीय पुलिस और अधिकारियों की मदद ली, लेकिन सत्यम का कहीं भी कोई सुराग नहीं मिल पाया। सालों बाद, परिवार ने उम्मीद छोड़ दी थी कि वो कभी लौटेगा।
समीर के रूप में वापसी
19 साल बाद सत्यम, अब समीर के नाम से रामपुर में पाया गया। स्थानीय लोगों ने उसके परिवार को जानकारी दी और डीएनए टेस्ट के आधार पर उसकी पहचान की पुष्टि हुई। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि सत्यम ने अब मुस्लिम धर्म अपना लिया था और समीर नाम से एक नई पहचान बनाई थी।
धर्म परिवर्तन और विवाद
सत्यम के ‘समीर’ बनने की इस कहानी में धर्म परिवर्तन का एक बड़ा ट्विस्ट सामने आया है। कुछ लोग इसे स्वैच्छिक धर्म परिवर्तन मानते हैं, जबकि कुछ का कहना है कि सत्यम को मजबूर किया गया होगा। धर्म परिवर्तन का असली कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन यह मामला अब चर्चा का विषय बन गया है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस इस मामले की जांच कर रहे हैं।
परिवार का दर्द
सत्यम के परिवार के लिए यह एक भावनात्मक संकट का समय है। वर्षों तक अपने बेटे की वापसी का इंतजार करने के बाद, उन्हें उम्मीद थी कि उनका बेटा उसी रूप में लौटेगा जैसा वह गया था। लेकिन ‘समीर’ के रूप में उसकी वापसी ने परिवार को सदमे में डाल दिया है। हालांकि, परिवार अब उसके फैसलों का सम्मान करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि यह मामला आगे क्या मोड़ लेता है।
पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई
स्थानीय पुलिस ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि सत्यम ने धर्म परिवर्तन स्वेच्छा से किया था या इसके पीछे कोई मजबूरी थी। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस मामले में किसी प्रकार का दबाव या जबरदस्ती की गई थी।