सेंसेक्स 100,000 के जादुई आंकड़े पर कब पहुंचेगा? जानें शेयर मार्केट में तेजी के पीछे की वजहें

26 सितंबर 2024: भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक, सेंसेक्स, ने बीते कुछ वर्षों में लगातार नई ऊंचाइयों को छुआ है, और अब निवेशक इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं कि सेंसेक्स कब 100,000 के जादुई आंकड़े तक पहुंचेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, कुछ प्रमुख कारक शेयर बाजार में तेजी लाने वाले हैं, जो सेंसेक्स को अगले कुछ वर्षों में इस मील के पत्थर तक पहुंचा सकते हैं।

सेंसेक्स की ऐतिहासिक प्रगति

पिछले कुछ दशकों में सेंसेक्स ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। 2019 में 40,000 के स्तर को पार करने के बाद, 2021 में इसने 50,000 का आंकड़ा छू लिया। 2023 में सेंसेक्स ने 70,000 के करीब पहुंचकर नई ऊंचाइयों पर दस्तक दी। अब बाजार विश्लेषक अनुमान लगा रहे हैं कि 100,000 का आंकड़ा अगले 2-3 वर्षों के भीतर संभव है, अगर बाजार की मौजूदा तेजी बनी रहती है।

शेयर मार्केट में तेजी के मुख्य कारण

1. आर्थिक सुधार और ग्रोथ का विस्तार

भारत की अर्थव्यवस्था महामारी के प्रभाव से उबरने के बाद अब विकास के पथ पर लौट आई है। 2024 में, भारत की GDP वृद्धि दर 7% से अधिक रहने का अनुमान है, जो निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है। उद्योगों में उत्पादन बढ़ने के साथ-साथ निर्यात में भी वृद्धि हो रही है, जिससे कंपनियों के मुनाफे में इजाफा हो रहा है और निवेशकों को शेयर बाजार में अपनी पूंजी बढ़ाने का मौका मिल रहा है।

2. विदेशी निवेशकों का बढ़ता भरोसा

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) का भारतीय बाजार में भरोसा लगातार बढ़ता जा रहा है। 2024 में भी विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में भारी निवेश किया है, जिससे सेंसेक्स को मजबूती मिली है। एफआईआई के निवेश में यह वृद्धि एक सकारात्मक संकेत है कि भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है और यह प्रवृत्ति जारी रह सकती है।

3. विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों में तेजी

सरकार द्वारा किए गए ‘मेक इन इंडिया’ और ‘पीएलआई (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव)’ जैसी योजनाओं के चलते विनिर्माण क्षेत्र में तेजी आई है। साथ ही, IT और सेवा क्षेत्रों में भारत की पकड़ और मजबूत हुई है, जिससे कंपनियों के शेयर की कीमतों में वृद्धि देखने को मिली है। इन दोनों क्षेत्रों में वृद्धि सेंसेक्स को 100,000 के करीब ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

4. बढ़ती घरेलू मांग और उपभोग

घरेलू बाजार में उपभोग और मांग में इजाफा देखा जा रहा है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में मांग बढ़ने से कंपनियों का प्रदर्शन सुधर रहा है, जो बाजार को मजबूती प्रदान कर रहा है। इस बढ़ती मांग से कंपनियों के मुनाफे में इजाफा हो रहा है, जिसका सीधा असर शेयर बाजार पर दिखाई दे रहा है।

5. नए निवेशकों का प्रवेश

बीते कुछ वर्षों में भारतीय शेयर बाजार में खुदरा निवेशकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। कई नए निवेशक म्यूचुअल फंड, इक्विटी और SIP के जरिए शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं। यह बढ़ती निवेशकों की संख्या बाजार में स्थिरता और लंबी अवधि की तेजी बनाए रखने में मदद कर रही है।

सेंसेक्स 100,000 कब तक पहुंचेगा?

विश्लेषकों के मुताबिक, अगर वर्तमान आर्थिक और निवेश प्रवृत्तियां जारी रहीं, तो सेंसेक्स अगले 2 से 3 वर्षों में 100,000 के आंकड़े को छू सकता है। इसका मतलब है कि 2026 तक हम यह मील का पत्थर देख सकते हैं। हालांकि, इसके लिए जरूरी है कि बाजार में कोई बड़ी वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल न हो और भारत की विकास दर बनी रहे।

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