“राकेश शर्मा के बाद कब जाएगा कोई भारतीय अंतरिक्ष में और कब बनेगा अपना स्पेस स्टेशन?“
भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति कर चुका है। चंद्रयान, मंगलयान और हाल ही में चंद्रयान-3 जैसे सफल मिशनों ने भारत को वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय में मजबूत पहचान दिलाई है। हालांकि, राकेश शर्मा के बाद से अब तक किसी भारतीय ने अंतरिक्ष की यात्रा नहीं की है।
गगनयान मिशन: भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान की तैयारी
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) गगनयान मिशन के तहत इंसानों को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहा है। यह भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन होगा। इस मिशन के तहत तीन भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने की योजना है।
कब होगा गगनयान मिशन?
गगनयान मिशन का लक्ष्य है कि 2025 तक यह ऐतिहासिक मिशन पूरा कर लिया जाए। इसके लिए पहले कुछ मानवरहित परीक्षण उड़ानें की जाएंगी, ताकि सभी तकनीकी और सुरक्षा पहलुओं को परखा जा सके।
भारत का अपना स्पेस स्टेशन
इसके साथ ही ISRO की दीर्घकालिक योजना भारत के अपने स्पेस स्टेशन (अंतरिक्ष स्टेशन) को स्थापित करने की है। इसरो प्रमुख ने संकेत दिया है कि भारत का स्पेस स्टेशन 2035 तक तैयार हो सकता है। यह स्टेशन भारत के वैज्ञानिक अनुसंधान, अंतरिक्ष परीक्षण और लंबी अवधि के अंतरिक्ष अभियानों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।
भविष्य की दिशा
भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम न केवल वैज्ञानिक प्रगति का प्रतीक है, बल्कि यह वैश्विक अंतरिक्ष प्रतिस्पर्धा में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में भारत की भूमिका को भी स्थापित करता है। गगनयान और भविष्य का स्पेस स्टेशन भारत की अंतरिक्ष यात्रा के नए अध्याय की शुरुआत करेंगे।
राकेश शर्मा के ऐतिहासिक मिशन के दशकों बाद अब भारत अंतरिक्ष में एक नई छलांग लगाने के लिए पूरी तरह तैयार है।