दूसरे दिन भी जम्मू से अमरनाथ यात्रा स्थगित, बालटाल से गुफा की ओर आवागमन जारी 

“अमरनाथ यात्रा 2025: सुरक्षा कारणों से जम्मू से यात्रा स्थगित, बालटाल मार्ग से जारी रहेगी तीर्थयात्रा”

अमरनाथ यात्रा शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन भी जम्मू से घाटी की ओर स्थगित रही। प्रशासन ने यात्रियों को केवल बालटाल बेस कैंप से पवित्र गुफा की ओर जाने की अनुमति दी है, जबकि पहलगाम मार्ग फिलहाल बंद रखा गया है। यह निर्णय सुरक्षा और ट्रैक मरम्मत कार्यों के चलते लिया गया है।

श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के चेयरमैन और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि अब तक 4 लाख से अधिक श्रद्धालु यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने कहा, “बाबा अमरनाथ असंभव को संभव बना देते हैं। उनके आशीर्वाद से पवित्र यात्रा ने 4 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है। मैं इस चमत्कार के लिए भगवान शिव को नमन करता हूं और इस यात्रा को सफल बनाने में योगदान देने वाले सभी लोगों का आभार प्रकट करता हूं।”

एसएएसबी अधिकारियों के अनुसार, पहलगाम बेस कैंप से किसी भी यात्री को पवित्र गुफा की ओर जाने की अनुमति नहीं दी गई है क्योंकि उस क्षेत्र में ट्रैक की मरम्मत चल रही है। वर्तमान में तीर्थयात्रा केवल बालटाल मार्ग से जारी है, जहां से श्रद्धालु 14 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर उसी दिन वापस लौट सकते हैं।

इस बार सुरक्षा कारणों से हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध नहीं कराई गई है। तीर्थयात्रियों को गुफा मंदिर तक पहुंचने में बालटाल मार्ग से 1 दिन और पहलगाम मार्ग से 4 दिन का समय लगता है। पहलगाम मार्ग से यात्रा करने वाले श्रद्धालु चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी होते हुए 46 किलोमीटर की कठिन यात्रा तय करते हैं।

अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन सतर्क है। हाल ही में हुए हमले के बाद 180 अतिरिक्त सीएपीएफ कंपनियों को तैनात किया गया है। पूरे मार्ग और पारगमन शिविरों को सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस द्वारा सुरक्षित किया गया है।

अमरनाथ यात्रा हिन्दू श्रद्धालुओं की सबसे पवित्र तीर्थयात्राओं में से एक मानी जाती है। मान्यता है कि इसी गुफा में भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था। प्रशासन की निगरानी में यह यात्रा अब सुरक्षित ढंग से जारी है।


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