“संविधान पर बहस: क्या पीएम मोदी के आगे राहुल गांधी ने फिर खो दिया मौक़ा?“
संसद में संविधान पर हुई बहस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच तीखे हमले देखने को मिले। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पूरे भाषण में जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, और राजीव गांधी से लेकर कांग्रेस के लंबे शासनकाल पर निशाना साधा।
वहीं, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने भाषण में सावरकर का नाम लेते हुए उनके विचारों और संविधान के प्रति उनकी धारणा पर सवाल उठाए। राहुल के बाद कांग्रेस की सांसद और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सरकार को घेरने की कोशिश की।
सोशल मीडिया पर चर्चा
संविधान पर हुई इस लंबी बहस की गूंज सोशल मीडिया पर भी सुनाई दी। प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की कई लोगों ने तारीफ की और इसे हालिया हरियाणा और महाराष्ट्र चुनावों में बीजेपी की अप्रत्याशित जीत के चलते बढ़े हुए आत्मविश्वास का नतीजा बताया।
इस बीच, कई राजनीतिक विश्लेषकों ने राहुल गांधी के भाषण को लेकर सवाल उठाए। कुछ का मानना था कि राहुल गांधी ने इस मौके को भुनाने का एक और मौका गंवा दिया, जहां वह विपक्ष की ओर से मजबूत सवाल खड़े कर सकते थे।
संविधान पर यह बहस भारतीय राजनीति में सत्ता और विपक्ष के बीच विचारधाराओं की गहरी खाई को एक बार फिर उजागर कर गई।