“शंभू बॉर्डर से किसानों का दिल्ली कूच, पुलिस ने किया आंसू गैस का इस्तेमाल”
पंजाब के खनौरी सीमा पर पिछले दस महीनों से डेरा डाले बैठे किसानों का एक जत्था दिल्ली कूच के लिए रवाना हो चुका है। इस जत्थे में “मरजीवड़ा जत्थे” के 101 किसान शामिल हैं। किसानों के इस आंदोलन के मद्देनजर अंबाला में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं, जो 9 दिसंबर तक निलंबित रहेंगी।
किसान जत्था दिल्ली की ओर
दिल्ली कूच के आह्वान पर अनशन कर रहे किसानों ने हर घर से एक व्यक्ति को इस आंदोलन में शामिल होने के लिए बुलाया। गुरुवार को शंभू बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेड तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें दिल्ली की ओर बढ़ने से रोक दिया।
किसानों की मांग और सरकार का रुख
किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि सरकार बातचीत के लिए तैयार है और किसानों के साथ संवाद के सभी रास्ते खुले हैं। हालांकि, अभी तक सरकार और किसानों के बीच कोई संपर्क स्थापित नहीं हो पाया है। मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दस वर्षों में किसान कल्याण के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं।
सीमाओं पर कड़ी सुरक्षा
दिल्ली कूच को लेकर सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अंबाला के शंभू बॉर्डर पर आईजी और एसपी ने मौके का दौरा किया और सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया। इसके अलावा हरियाणा के दाता सिंह वाला बॉर्डर पर भी सुरक्षा बलों को अलर्ट किया गया है।
सरकार और किसानों के बीच संवाद की प्रक्रिया शुरू न होने और आंदोलन तेज होने के कारण तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। किसान अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं, जबकि प्रशासन ने सीमाओं पर सख्त रणनीति अपनाई है।