“स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर गुजरात में ‘सुशासन पदयात्रा’ का आयोजन“
केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज (मंगलवार) गुजरात के वडनगर में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में ‘सुशासन पदयात्रा’ का नेतृत्व किया। इस आयोजन में स्थानीय विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, गैर-सरकारी संगठनों और स्वयंसेवी संगठनों के 15,000 से अधिक माय भारत युवा स्वयंसेवकों ने भाग लिया। यह जानकारी भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय ने दी।
12 विशिष्ट पदयात्राओं में चौथी पदयात्रा
यह पदयात्रा डॉ. मांडविया की 12 विशेष पदयात्राओं में से चौथी है, जिनका उद्देश्य युवाओं को प्रेरित करना और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाना है। प्रत्येक पदयात्रा एक अनूठी थीम पर आधारित होती है, जिससे युवाओं को राष्ट्रीय विकास में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
पदयात्रा का मार्ग और सांस्कृतिक कार्यक्रम
8 किलोमीटर लंबी इस पदयात्रा की शुरुआत वडनगर के प्रसिद्ध तनरीरी मंदिर से हुई। यह पदयात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन से जुड़े विभिन्न स्थलों से होकर गुजरी। मार्ग के दौरान कई स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का जश्न मनाया गया।
साथ ही, इन कार्यक्रमों में ‘विकसित भारत 2047’ के दृष्टिकोण को साकार करने में संवैधानिक मूल्यों के महत्व पर जोर दिया गया।
युवाओं की भागीदारी और प्रेरणा
यह पदयात्रा स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की विरासत और उनके सुशासन के सिद्धांतों को श्रद्धांजलि है। इसका उद्देश्य भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में युवाओं की भूमिका को रेखांकित करना है।
युवा कार्यक्रम विभाग ने देशभर के युवाओं को माय भारत पोर्टल (www.mybharat.gov.in) पर पंजीकरण कर इस तरह की पदयात्राओं में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। इससे युवाओं को राष्ट्रीय विकास के उद्देश्यों के प्रति जागरूक और प्रेरित किया जाएगा।