नई दिल्ली: भारत ने अपनी आर्थिक मजबूती की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, देश का विदेशी मुद्रा भंडार पहली बार 700 बिलियन अमेरिकी डॉलर के आंकड़े को पार कर गया है। 27 सितंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान, विदेशी मुद्रा भंडार में 12.588 बिलियन अमेरिकी डॉलर की उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जिससे कुल भंडार 704.885 बिलियन अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया।
यह वृद्धि वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और वित्तीय चुनौतियों के बीच भारत की आर्थिक स्थिरता को दर्शाती है। विदेशी मुद्रा भंडार में इस वृद्धि का मुख्य कारण भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विदेशी मुद्रा की खरीद, विदेशी निवेश में बढ़ोतरी, और निर्यात में सुधार माना जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह मजबूत भंडार भारत को अंतरराष्ट्रीय बाजार में आर्थिक उतार-चढ़ाव के दौरान स्थिरता बनाए रखने में मदद करेगा। साथ ही, विदेशी निवेशकों के लिए भारत एक आकर्षक गंतव्य के रूप में उभरता जा रहा है, जिससे देश की आर्थिक वृद्धि को और बल मिलेगा।
भारत सरकार और आरबीआई ने इस मील के पत्थर को देश की आर्थिक नीतियों और वैश्विक व्यापार में सुधार के परिणामस्वरूप माना है।