“डिजिटल पेमेंट में साइबर सुरक्षा के लिए रेजरपे ने गृह मंत्रालय से मिलाया सहयोग“
फिनटेक कंपनी रेजरपे ने डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम में साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए गृह मंत्रालय और भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) के साथ साझेदारी की है। इस पहल का उद्देश्य व्यवसायों और उपभोक्ताओं को सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और देशभर में साइबर सुरक्षा के महत्व को बढ़ावा देना है।
डिजिटल धोखाधड़ी में तेजी
नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से अप्रैल 2024 के बीच भारत में प्रतिदिन 7,000 से अधिक साइबर धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज की गईं। इनमें से 85% शिकायतें वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित थीं, जिसमें 21.2 मिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ। इस तेजी से बढ़ते खतरे से निपटने के लिए साइबर सुरक्षा उपायों को मजबूत करना आवश्यक हो गया है।
डिजिटल अर्थव्यवस्था को सुरक्षित बनाने का प्रयास
गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र के निदेशक निशांत कुमार ने कहा कि यह साझेदारी डिजिटल अर्थव्यवस्था को सुरक्षित और सशक्त बनाने के लिए रेजरपे की तकनीकी विशेषज्ञता और आई4सी की रणनीतिक पहलों को एकजुट करेगी। डिजिटल लेन-देन के बढ़ते उपयोग के साथ, इन पर साइबर खतरों और धोखाधड़ी से बचाव की जिम्मेदारी भी बढ़ रही है।
जागरूकता अभियान और प्रशिक्षण
रेजरपे ने पूरे देश में साइबर अपराध से निपटने के लिए 1,600 से अधिक साइबर अपराध स्टेशनों के साथ संपर्क स्थापित किया है। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विशेष कार्यशालाओं और व्यापक जागरूकता अभियानों का नेतृत्व किया है। इन पहलों के माध्यम से, व्यवसायों और उपभोक्ताओं को साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में शिक्षित किया जा रहा है।
भारत: डिजिटल भुगतान में वैश्विक नेतृत्व
रेजरपे के मुख्य नवाचार अधिकारी आरिफ खान ने कहा कि भारत खुदरा लेनदेन और डिजिटल भुगतान में वैश्विक नेता के रूप में उभर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस नेतृत्व के साथ यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि डिजिटल भुगतान अनुभव सुरक्षित और भरोसेमंद हो, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो पहली बार डिजिटल बैंकिंग से जुड़ रहे हैं।
यह साझेदारी भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को सुरक्षित और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश को साइबर अपराधों से बेहतर तरीके से निपटने और डिजिटल भुगतान को अधिक सुरक्षित बनाने में मदद करेगी।