“भारत ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में पाकिस्तान के हवाई हमलों की निंदा की, महिलाओं और बच्चों सहित 46 की मौत“
भारत ने पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में किए गए हवाई हमलों की कड़ी निंदा की है। इन हमलों में महिलाओं और बच्चों सहित 46 निर्दोष लोगों की जान चली गई। इस क्रूर हमले में कई लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें अधिकांश आम नागरिक हैं।
हमले की पृष्ठभूमि
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान वायु सेना ने अफगानिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में हवाई हमले किए। अफगान अधिकारियों का कहना है कि पक्तिका और खोंश्ट जिलों को निशाना बनाते हुए कई हवाई हमले किए गए, जिनमें स्थानीय घरों को भारी नुकसान हुआ है।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब अफगानिस्तान पहले ही आर्थिक और मानवीय संकट से जूझ रहा है। इन हमलों ने लोगों के बीच भय और असुरक्षा की भावना को और बढ़ा दिया है।
भारत का बयान
भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान द्वारा किए गए हवाई हमलों में निर्दोष नागरिकों की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। भारत ने अफगानिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान पर जोर देते हुए कहा कि ऐसे हमले अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवीय मूल्यों का उल्लंघन हैं।
विदेश मंत्रालय ने अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता की आवश्यकता पर जोर दिया और सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की। भारत ने अफगान जनता के प्रति अपनी एकजुटता जताते हुए कहा कि वह मानवीय सहायता प्रदान करता रहेगा।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद संयुक्त राष्ट्र और कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी इस हमले की निंदा की है। मानवाधिकार संगठनों ने कहा है कि निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना एक गंभीर अपराध है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
अफगानिस्तान में स्थिति गंभीर
अफगानिस्तान में पहले से ही हालात गंभीर हैं। तालिबान के शासन के बाद से वहां की जनता बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रही है। ऐसे में पाकिस्तान द्वारा किए गए इन हमलों ने स्थानीय लोगों के दर्द को और बढ़ा दिया है।
इस घटना ने क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों से अपेक्षा की जाती है कि वे देश में शांति और स्थिरता कायम करने में रचनात्मक भूमिका निभाएं। हालांकि, ऐसे हमले क्षेत्रीय अस्थिरता को और बढ़ावा दे सकते हैं।
