भारत में 300 से अधिक मोबाइल विनिर्माण इकाइयां, निर्यात 1.29 लाख करोड़ रुपये से अधिक

देश के प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में 2024 की वृद्धि बरकरार

साल 2024 में भी देश के प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में दोहरे अंकों की मजबूत वृद्धि दर बरकरार रही। मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कैलेंडर वर्ष की चौथी तिमाही में पहली बार एप्पल शीर्ष पांच स्मार्टफोन ब्रांड में जगह बनाने में कामयाब रहा।

भारत में मोबाइल फोन निर्माण की बढ़ती गति

भारत में बिकने वाले लगभग 99.2 प्रतिशत मोबाइल फोन अब स्थानीय स्तर पर बनाए जाते हैं। विनिर्माण मूल्य बढ़कर 4,22,000 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि 2024 में निर्यात 1,29,000 करोड़ रुपये को पार कर जाएगा। 2014-15 में देश में बिकने वाले केवल 26 प्रतिशत मोबाइल फोन ही भारत में बनाए जाते थे, जबकि शेष आयात किए जाते थे।

मोबाइल फोन के निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि

केंद्रीय रेल और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, भारत में हर साल 325 से 330 मिलियन से ज्यादा मोबाइल फोन बनाए जा रहे हैं और औसतन भारत में लगभग एक बिलियन मोबाइल फोन इस्तेमाल किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय मोबाइल फोन उद्योग ने घरेलू बाजार को लगभग संतृप्त कर दिया है और मोबाइल फोन के निर्यात में भी काफी वृद्धि हुई है। 2014 में जो निर्यात लगभग नगण्य था, वह अब 1,29,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।

भारत वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने की ओर अग्रसर

पीएम मोदी का ‘मेक इन इंडिया’ विजन भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने में मदद कर रहा है। यह क्षेत्र एक प्रमुख रोजगार चालक भी रहा है, जिसने एक दशक में लगभग 12 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा की हैं। इन रोजगार अवसरों ने न केवल कई परिवारों की आर्थिक स्थिति को ऊपर उठाया है, बल्कि देश के सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने में भी योगदान दिया है।

‘मेक इन इंडिया’ पहल की प्रमुख भूमिका

‘मेक इन इंडिया’ पहल ने मोबाइल फोन उत्पादन के विभिन्न घटकों जैसे चार्जर, बैटरी पैक, यूएसबी केबल्स, लिथियम आयन सेल, स्पीकर, माइक्रोफोन, डिस्प्ले असेंबली और कैमरा मॉड्यूल के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा दिया है।

मंत्री वैष्णव ने आगे कहा कि भारत अब सेमीकंडक्टर और अन्य प्रमुख घटकों के उत्पादन में गहराई से आगे बढ़ने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। सेमीकंडक्टर विनिर्माण आधार की स्थापना ‘मेक इन इंडिया’ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है, जिसे भारत छह दशकों से हासिल करने का प्रयास कर रहा था। भारत सेमीकंडक्टर मिशन के तहत माइक्रोन, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, सीजी पावर और कीन्स जैसी कंपनियों की पांच प्रमुख परियोजनाओं के साथ देश में सेमीकंडक्टर विनिर्माण आधार स्थापित किया जा रहा है।

भारत में उत्पादन का विस्तार

अब भारत में खिलौनों से लेकर मोबाइल फोन, रक्षा उपकरणों से लेकर ईवी मोटर्स तक, उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है। इससे भारत को वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में अग्रणी प्लेयर के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी।

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