“नालियां जाम, सफाई नहीं हुई – यही केजरीवाल सरकार की विरासत”
प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली की 70% पीडब्ल्यूडी नालियों की सफाई पूरी हो चुकी है, लेकिन जिस दुर्दशा में वे सत्ता संभालने के समय थीं, वह चिंताजनक है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 10 वर्षों में कोई जमीनी काम नहीं हुआ।
“दिल्ली में सत्ता में आने के बाद से हर दिन हम नई सच्चाई उजागर कर रहे हैं — नालियां पूरी तरह से जाम हैं, पाइपलाइनों की सफाई नहीं हुई और कोई भी ठोस योजना नहीं बनी।”
करोड़ों रुपये फिर भी हर बारिश में जलभराव क्यों?
प्रवेश वर्मा ने सवाल उठाया कि जब दिल्ली जल बोर्ड (DJB) और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग (I&FC) को करोड़ों रुपये आवंटित किए गए, तो फिर हर मानसून में दिल्ली जलमग्न क्यों हो जाती है?
उन्होंने कहा:
“आप नेताओं को यह जवाब देना चाहिए कि जब वे सत्ता में थे, तो हर साल नालों की सफाई क्यों नहीं हुई और बाढ़ नियंत्रण की दीर्घकालिक योजना क्यों नहीं बनाई गई?”
“हम सुर्खियों नहीं, डिलीवरी पर ध्यान दे रहे हैं”
मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार जमीनी स्तर पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि सीएम रेखा गुप्ता सक्रिय रूप से परियोजनाओं की निगरानी कर रही हैं, साइटों का दौरा कर रही हैं और अधिकारियों को जवाबदेह बना रही हैं।
उनका कहना है:
“पूर्ववर्ती नेतृत्व सिर्फ फोटो-ऑप्स और सुर्खियों तक सीमित था, जबकि हम नतीजे देने में विश्वास रखते हैं।”
बारिश से पहले फिर चर्चा में आया नालों का मुद्दा
गौरतलब है कि हर वर्ष मानसून से पहले दिल्ली में नालों की सफाई और जलभराव की समस्या चर्चा में रहती है। पिछली सरकारों पर अव्यवस्था और कुप्रबंधन के आरोप लगते रहे हैं, और इस बार पीडब्ल्यूडी मंत्री ने इन मुद्दों को खुलकर उठाया है।
