“फ्रांस में भारत-फ्रांस संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘शक्ति’ पूरी गति से जारी“
भारत और फ्रांस की सेनाओं के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘शक्ति’ का आठवां संस्करण इस समय फ्रांस के कैंप लारजैक, ला कावेलरी में जोर-शोर से चल रहा है। इस अभ्यास में दोनों देशों की सेनाएं अत्याधुनिक हथियारों और रणनीतियों के साथ युद्ध कौशल और सामरिक तालमेल को बेहतर बनाने का प्रशिक्षण ले रही हैं।
ड्रोन-रोधी तकनीक पर विशेष फोकस
अभ्यास के दौरान दोनों पक्षों ने मिलकर आक्रामक ड्रोन का मुकाबला करने के लिए अत्याधुनिक प्लेटफॉर्म्स का लाइव प्रदर्शन किया। यह प्रशिक्षण आधुनिक हवाई खतरों से निपटने की तैयारी का हिस्सा है।
उद्देश्य: सह-कार्य क्षमता और आपसी विश्वास को बढ़ाना
सेना के अनुसार, इस अभ्यास का उद्देश्य इंटरऑपरेबिलिटी, रणनीतिक समन्वय और दोनों सेनाओं के बीच आपसी विश्वास को मजबूत करना है। दोनों सेनाएं उप-पारंपरिक अभियानों पर केंद्रित मिशन-आधारित ड्रिल्स में भाग ले रही हैं, जिनमें शामिल हैं:
- सेमी-डेवलप्ड इलाकों में कॉम्बैट शूटिंग
- बाधा पार अभ्यास (ऑब्स्टेकल कोर्स)
- संयुक्त योजना निर्माण
- सामरिक निर्णय-निर्माण प्रक्रियाएं
स्वदेशी और फ्रंटलाइन हथियारों का प्रदर्शन
भारतीय सेना ने अपने स्वदेशी हथियारों की सटीकता, विश्वसनीयता और लचीलापन प्रदर्शित किया, जबकि फ्रांसीसी सेना ने अपनी फ्रंटलाइन वेपन सिस्टम्स की बहुउपयोगिता और टिकाऊपन को दिखाया।
इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और संचार की तैयारी
दोनों सेनाओं ने इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर से संबंधित मॉड्यूल्स में भाग लिया, जिनका उद्देश्य सुरक्षित संचार और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक प्रभुत्व सुनिश्चित करना है।
प्रमुख भागीदारी
- भारतीय दल: जम्मू-कश्मीर राइफल्स की एक बटालियन के नेतृत्व में ऑल-आर्म्स टीम
- फ्रांसीसी दल: 13वीं फॉरेन लीजन हाफ-ब्रिगेड
रणनीतिक महत्व
यह अभ्यास न केवल भारत-फ्रांस रक्षा सहयोग को सुदृढ़ करता है, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता, तकनीकी साझेदारी और सामूहिक सुरक्षा लक्ष्यों के प्रति दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता को भी उजागर करता है।
‘शक्ति’ अभ्यास सैन्य रणनीति, तकनीकी सहयोग और कार्यप्रणालियों के सर्वोत्तम आदान-प्रदान का सशक्त मंच बनकर उभरा है।
