“भारतीय स्टेट बैंक ने पूरे किए 70 वर्ष, देश की प्रगति में निभाई ऐतिहासिक भूमिका”
देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने परिचालन के 70 वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस ऐतिहासिक मौके पर बैंक ने 66 लाख करोड़ रुपये की बैलेंस शीट और 52 करोड़ से अधिक ग्राहकों की उपलब्धि के साथ देश की आर्थिक प्रगति में अपने योगदान को रेखांकित किया।
इस अवसर पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एसबीआई को बधाई देते हुए कहा, “23,000 से अधिक शाखाएं, 78,000 ग्राहक सेवा केंद्र (CSP) और 64,000 से ज्यादा एटीएम के साथ एसबीआई हर भारतीय तक पहुंच रखने वाला बैंक बन चुका है।”
डिजिटल बदलाव और सामाजिक सहभागिता
वित्त मंत्री ने बीते एक दशक में डिजिटल परिवर्तन को ग्राहकों के लिए बेहद लाभकारी बताया। उन्होंने बताया कि एसबीआई ने:
- 1.5 करोड़ किसानों को ऋण व सहायता उपलब्ध कराई,
- 1.3 करोड़ महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) को सशक्त किया,
- 32 लाख स्ट्रीट वेंडर्स को पीएम स्वनिधि योजना के तहत सहयोग प्रदान किया,
- 23 लाख MSMEs और लाखों कारीगरों को वित्तीय पहुंच दी।
बैंक के पास इस समय:
- 15 करोड़ जन धन खाते,
- 14.65 करोड़ पीएम सुरक्षा बीमा योजना के लाभार्थी,
- 1.73 करोड़ अटल पेंशन योजना खाताधारक,
- और 7 करोड़ पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना लाभार्थी हैं।
हरित भारत की दिशा में योगदान
एसबीआई ने अपने सोलर रूफटॉप कार्यक्रम के माध्यम से वित्त वर्ष 2027 तक 40 लाख घरों को सौर ऊर्जा से जोड़ने का लक्ष्य रखा है, जिससे भारत के 2070 तक नेट ज़ीरो लक्ष्य को बल मिलेगा।
एसबीआई: अतीत से भविष्य तक
एसबीआई के चेयरमैन सी.एस. सेट्टी ने कहा, “भारत विकास और अवसरों के नए युग में प्रवेश कर रहा है, और एसबीआई भविष्य की बैंकिंग का मजबूत आधार तैयार कर रहा है — डिजिटल, समावेशी और टिकाऊ रूप में।”
उन्होंने 1955 की स्थापना की याद दिलाते हुए कहा, “हमारी नीति आज भी वही है — ग्राहकों और देश के हितों को सर्वोपरि रखना।”
वित्त मंत्री ने विश्वास जताया कि एसबीआई 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की यात्रा में नवाचार और सशक्तिकरण की अपनी भूमिका बखूबी निभाता रहेगा।
