“सेब के विकल्प बन रहे खुमानी और प्लम, राजगढ़ के बागवान प्रकाश चौहान की सफल पहल“
हिमाचल प्रदेश के राजगढ़ क्षेत्र के बागवान प्रकाश चौहान ने पारंपरिक सेब की खेती के बजाय **गुठलीदार फलों—खुमानी और प्लम—**का उत्पादन कर अच्छी आमदनी का उदाहरण पेश किया है। उनका कहना है कि ये फल कम खर्च और कम श्रम में तैयार हो जाते हैं, लेकिन बाजार में सेब के बराबर दाम (₹80 से ₹170 प्रति किलो) दिला रहे हैं।
प्रकाश चौहान के पास खुमानी के लगभग 40–50 पौधे और प्लम के करीब 450 पौधे हैं। अब तक वह 3850 पैकेट फल बाजार में भेज चुके हैं। उनके पास प्लम की कई किस्में हैं, जो विभिन्न समयों पर पककर तैयार होती हैं, जिससे उन्हें निरंतर बाजार आपूर्ति और बेहतर मूल्य (₹65 से ₹110 प्रति पैकेट) मिलता है।
प्रकाश चौहान ने अन्य बागवानों को भी सलाह दी है कि वे सेब की बजाय खुमानी और प्लम जैसे फलों की खेती को अपनाएं, ताकि कम संसाधनों में अधिक मुनाफा कमाया जा सके। उनका यह प्रयास फल उत्पादन में विविधता और नवाचार का सफल उदाहरण बनता जा रहा है।
