पहाड़ों में मानसून का कहर, चमोली-चंबा में जनजीवन अस्त व्यस्त, बदरीनाथ हाईवे बंद

उत्तराखंड और हिमाचल में मानसूनी कहर, चमोली और चंबा में जनजीवन प्रभावित

देहरादून/शिमला, 7 जुलाई 2025 – मैदान से लेकर पहाड़ों तक मानसूनी बारिश का सिलसिला जारी है। जहां मैदानी इलाकों में किसान और आम नागरिक बारिश से राहत महसूस कर रहे हैं, वहीं पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में यह बारिश अब आफत का रूप लेती जा रही है।

उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार देर रात से लगातार हो रही बारिश ने सामान्य जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। भारी वर्षा के चलते कई लिंक सड़क मार्गों पर मलबा आ गया है, जिससे आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो गई है। हालात की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है।

बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी नंदप्रयाग और कर्णप्रयाग के बीच भारी मलबा जमा हो गया है, जिससे यह मार्ग अवरुद्ध हो गया है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से वाहनों को रोक दिया गया है। हालांकि, मलबा हटाने का कार्य जारी है, लेकिन लगातार हो रही बारिश से राहत कार्यों में बाधा आ रही है।

इधर, हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में भी लगातार बारिश ने नदी-नालों का जलस्तर बढ़ा दिया है। इससे बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं का खतरा मंडरा रहा है। एसडीएम प्रियांशु खाती ने लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों के आसपास जाने से बचें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करें।

एसडीएम ने बताया कि प्रशासन किसी भी आपात स्थिति से निपटने को तैयार है, लेकिन जनता की सजगता और सतर्कता भी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों की निगरानी बढ़ाएं और जो लोग खड्डों के पास अस्थायी बसेरे बनाते हैं, उन्हें समय रहते हटा दिया जाए।

इस बीच, मौसम विभाग ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश दोनों राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अगले कुछ दिनों तक पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट पर हैं और स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।

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