“नशा मुक्त भारत की ओर: सरकार के ठोस प्रयासों और युवाओं की भागीदारी से मजबूत हो रहा है राष्ट्र“
नशीली दवाओं का दुरुपयोग आज वैश्विक स्तर पर एक गंभीर चुनौती बन चुका है। यह सिर्फ एक व्यक्ति ही नहीं, बल्कि पूरे समाज और राष्ट्र की बुनियाद को कमजोर करता है। भारत में 65% जनसंख्या 35 वर्ष से कम आयु की है, ऐसे में युवाओं की ऊर्जा और दिशा राष्ट्र निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
स्वामी विवेकानंद का संदेश युवाओं के लिए प्रेरणा
स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को चेताया था कि कोई भी आदत जो मन, शरीर या आत्मा को कमजोर करे, विष के समान त्याज्य है। उन्होंने युवाओं को आत्मबल और संकल्प के साथ नशे जैसी आदतों से दूर रहने और अपने ज्ञान व ऊर्जा का उपयोग देश के निर्माण में करने को प्रेरित किया।
सरकार के प्रमुख प्रयास
शून्य सहिष्णुता नीति
भारत सरकार ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ “Zero Tolerance Policy” अपनाई है। इसके अंतर्गत जागरूकता फैलाने, जब्ती अभियान चलाने और कानूनी कार्रवाई तेज़ की गई है।
2024 में जब्ती: ₹25,330 करोड़ की नशीली दवाएं जब्त हुईं — 2023 की तुलना में 55% अधिक।
मुख्य संस्थान और पहल
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB)
1986 में स्थापित यह संस्था राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मादक द्रव्यों की तस्करी और दुरुपयोग पर लगाम लगाने का कार्य कर रही है।
प्रमुख 2024 ऑपरेशन
- 3132 किग्रा ड्रग्स की बड़ी खेप जब्त
- नशा मुक्त भारत की ओर: सरकार के ठोस प्रयासों और युवाओं की भागीदारी से मजबूत हो रहा है राष्ट्र
बिना कॉपीराइट कंटेंट:
नशीली दवाओं का दुरुपयोग आज वैश्विक स्तर पर एक गंभीर चुनौती बन चुका है। यह सिर्फ एक व्यक्ति ही नहीं, बल्कि पूरे समाज और राष्ट्र की बुनियाद को कमजोर करता है। भारत में 65% जनसंख्या 35 वर्ष से कम आयु की है, ऐसे में युवाओं की ऊर्जा और दिशा राष्ट्र निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
स्वामी विवेकानंद का संदेश युवाओं के लिए प्रेरणा
स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को चेताया था कि कोई भी आदत जो मन, शरीर या आत्मा को कमजोर करे, विष के समान त्याज्य है। उन्होंने युवाओं को आत्मबल और संकल्प के साथ नशे जैसी आदतों से दूर रहने और अपने ज्ञान व ऊर्जा का उपयोग देश के निर्माण में करने को प्रेरित किया।
सरकार के प्रमुख प्रयास
🛡 शून्य सहिष्णुता नीति
भारत सरकार ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ “Zero Tolerance Policy” अपनाई है। इसके अंतर्गत जागरूकता फैलाने, जब्ती अभियान चलाने और कानूनी कार्रवाई तेज़ की गई है।
2024 में जब्ती: ₹25,330 करोड़ की नशीली दवाएं जब्त हुईं — 2023 की तुलना में 55% अधिक।
मुख्य संस्थान और पहल
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB)
1986 में स्थापित यह संस्था राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मादक द्रव्यों की तस्करी और दुरुपयोग पर लगाम लगाने का कार्य कर रही है।
प्रमुख 2024 ऑपरेशन
3132 किग्रा ड्रग्स की बड़ी खेप जब्त
गुजरात में 700 किग्रा मेथामफेटामाइन बरामद
नई दिल्ली में 82.53 किग्रा हाई ग्रेड कोकीन ज़ब्त
समुद्र मार्ग से 4,134 किग्रा मादक पदार्थ जब्त
सुधारात्मक उपाय
एनसीओआरडी (NCORD) तंत्र
राष्ट्रीय स्तर से जिलास्तर तक समन्वय करने वाली प्रणाली। इसमें राज्य पुलिस, सीमा सुरक्षा बल, कोस्ट गार्ड और रेलवे पुलिस को भी अधिकार दिए गए हैं। - डार्कनेट और क्रिप्टो टास्क फोर्स
साइबर स्पेस में ड्रग्स की तस्करी को ट्रैक करने के लिए विशेष इकाई।
फोरेंसिक और प्रशिक्षण सहायता
राज्य स्तरीय प्रयोगशालाओं और जांच एजेंसियों को तकनीकी समर्थन और नियमित प्रशिक्षण।
नशा मुक्त भारत अभियान (NMBA)
15 अगस्त 2020 को शुरू यह राष्ट्रव्यापी अभियान जागरूकता, उपचार और पुनर्वास पर केंद्रित है।
प्रमुख उपकरण
NMBA वेबसाइट व ऐप
राष्ट्रीय हेल्पलाइन: 14446
1933 मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन
प्रभाव
16.5 करोड़ लोग जागरूक किए गए
27.76 लाख लोगों को उपचार/पुनर्वास सहायता
730+ पुनर्वास केंद्र देश भर में संचालित
10,000 मास्टर स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया गया
युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन (18–20 जुलाई, 2025 | वाराणसी)
विषय: “विकसित भारत के लिए नशा मुक्त युवा”
इस तीन दिवसीय सम्मेलन में:
स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय, युवा मंत्रालयों, NCB, AIIMS सहित
100+ आध्यात्मिक संगठनों की युवा शाखाएं शामिल हो रही हैं।
काशी घोषणापत्र के माध्यम से युवाओं के नेतृत्व में नशा रोकथाम की राष्ट्रीय योजना तैयार की जाएगी।
सुधारात्मक उपाय
एनसीओआरडी (NCORD) तंत्र
राष्ट्रीय स्तर से जिलास्तर तक समन्वय करने वाली प्रणाली। इसमें राज्य पुलिस, सीमा सुरक्षा बल, कोस्ट गार्ड और रेलवे पुलिस को भी अधिकार दिए गए हैं।
डार्कनेट और क्रिप्टो टास्क फोर्स
साइबर स्पेस में ड्रग्स की तस्करी को ट्रैक करने के लिए विशेष इकाई।
फोरेंसिक और प्रशिक्षण सहायता
राज्य स्तरीय प्रयोगशालाओं और जांच एजेंसियों को तकनीकी समर्थन और नियमित प्रशिक्षण।
नशा मुक्त भारत अभियान (NMBA)
15 अगस्त 2020 को शुरू यह राष्ट्रव्यापी अभियान जागरूकता, उपचार और पुनर्वास पर केंद्रित है।
प्रमुख उपकरण
- NMBA वेबसाइट व ऐप
- राष्ट्रीय हेल्पलाइन: 14446
- 1933 मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन
प्रभाव
- 16.5 करोड़ लोग जागरूक किए गए
- 27.76 लाख लोगों को उपचार/पुनर्वास सहायता
- 730+ पुनर्वास केंद्र देश भर में संचालित
- 10,000 मास्टर स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया गया
युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन (18–20 जुलाई, 2025 | वाराणसी)
विषय: “विकसित भारत के लिए नशा मुक्त युवा”
इस तीन दिवसीय सम्मेलन में:
- स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय, युवा मंत्रालयों, NCB, AIIMS सहित
- 100+ आध्यात्मिक संगठनों की युवा शाखाएं शामिल हो रही हैं।
- काशी घोषणापत्र के माध्यम से युवाओं के नेतृत्व में नशा रोकथाम की राष्ट्रीय योजना तैयार की जाएगी।
