संसद के मानसून सत्र का दूसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ा, कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित
संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा दोनों की कार्यवाही विपक्ष के लगातार हंगामे के चलते दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष की ओर से ऑपरेशन सिंदूर और अन्य मुद्दों पर एक साथ चर्चा की मांग की जा रही थी, जिसे लेकर सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध बना रहा।
लोकसभा में दो बार स्थगन के बाद भी नहीं थमा हंगामा
संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में विपक्ष से अपील करते हुए कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है, विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर पर। उन्होंने कहा कि कार्य मंत्रणा समिति में इस पर चर्चा की रूपरेखा तय की गई है, लेकिन एक साथ सभी मुद्दों पर चर्चा संभव नहीं है। इसके बावजूद विपक्ष द्वारा लगातार हंगामा करने पर उन्होंने इसे दोहरे मानदंड करार दिया और कहा कि इससे देश के करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है।
राज्यसभा में भी वही स्थिति, उपसभापति को करनी पड़ी कार्यवाही स्थगित
राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश ने शून्यकाल चलाने की अपील की, लेकिन विपक्ष की नाराजगी और प्लेकार्ड प्रदर्शन के चलते कार्यवाही 12 बजे तक और फिर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। बाद में दिनभर के लिए कार्यवाही बंद कर दी गई।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की चेतावनी भी बेअसर
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यवाही की शुरुआत में ही विपक्ष को नारेबाजी और तख्तियां लाने से मना किया, लेकिन बार-बार की अपीलों के बावजूद हंगामा जारी रहा, जिससे कार्यवाही पहले 12 बजे, फिर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी और अंत में दिनभर के लिए स्थगन का निर्णय लिया गया।
पहले दिन भी हुआ था हंगामा
सत्र के पहले दिन सोमवार को भी दोनों सदनों में कार्यवाही बाधित रही थी। विपक्ष पहलगाम घटना और अन्य मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रहा था। इस बीच बीती रात राज्यसभा के सभापति एवं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की खबर से भी सियासी हलचल तेज हो गई।
