भारत-मालदीव के बीच 8 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए

भारत-मालदीव संबंध: 8 समझौतों से सहयोग को नई दिशा

भारत और मालदीव के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कुल 8 समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए। इन समझौतों का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को नई गति देना है।

मुख्य समझौते इस प्रकार हैं:

  1. मुक्त व्यापार: मुक्त व्यापार से जुड़े नियमों और प्रक्रियाओं पर चर्चा को गति देने पर सहमति बनी।
  2. मत्स्य पालन: इस क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए समझौता किया गया।
  3. मौसम संबंधी जानकारी का साझा करना: दोनों देशों के बीच मौसम डेटा साझा करने के लिए MoU पर हस्ताक्षर हुए।
  4. डिजिटल तकनीक: डिजिटल सेक्टर में साझेदारी को मजबूत करने का निर्णय लिया गया।
  5. चिकित्सा क्षेत्र: स्वास्थ्य सेवाओं में आपसी सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी।
  6. UPI सेवा का विस्तार:
    भारत की NPCI इंटरनेशनल पेमेंट लिमिटेड (NIPL) और मालदीव की मौद्रिक प्राधिकरण (MMA) के बीच UPI सेवा को मालदीव में लागू करने के लिए नेटवर्क-टू-नेटवर्क समझौता हुआ।
  7. इन्फ्रास्ट्रक्चर सहयोग: भारत, मालदीव को 565 मिलियन डॉलर की क्रेडिट लाइन उपलब्ध कराएगा।
  8. विकास परियोजनाएं: माले में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, ग्रेटर माले डेवलपमेंट प्रोजेक्ट और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर कार्यों में भारत का सहयोग जारी रहेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा:

  • “भारत और मालदीव सिर्फ पड़ोसी नहीं, बल्कि सहयात्री हैं।”
  • “भारत हमेशा मालदीव का फर्स्ट रिस्पांडर रहा है।”
  • “मालदीव, भारत के महासागर विजन में अहम भागीदार है।”
  • “हमारा उद्देश्य है – पेपर वर्क से प्रॉस्पेरिटी की ओर अग्रसर होना।”
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