“मंडी में बादल फटने से भारी तबाही, दो की मौत, एक लापता; NH-3 और NH-154 बंद“
हिमाचल प्रदेश में सोमवार रात से जारी मूसलाधार बारिश ने मंडी जिले में भारी तबाही मचाई है। मंडी शहर के जेल रोड और हॉस्पिटल रोड क्षेत्रों में बादल फटने से नालों में उफान आ गया, जिससे बाढ़ और मलबा घरों में घुस गया। जिला प्रशासन ने बताया कि अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है और एक व्यक्ति लापता है।
बचाव कार्य जारी
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। कई लोगों को समय रहते सुरक्षित बाहर निकाला गया है। एक मकान में फंसे दो लोगों को खिड़की तोड़कर बचाया गया।
सड़कों पर भूस्खलन, NH बंद
चंडीगढ़-मनाली हाईवे (NH-3) और मंडी-पठानकोट हाईवे (NH-154) पर कई जगह भूस्खलन हुआ है, जिससे मार्ग बंद हो गए हैं और यात्री फंसे हुए हैं। लोक निर्माण विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें मार्ग बहाल करने में जुटी हैं।
नेता और प्रशासन मौके पर पहुंचे
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, विधायक अनिल शर्मा, उपायुक्त अपूर्व देवगन, महापौर विरेंद्र भट्ट समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
मौसम विभाग की चेतावनी
प्रदेश में अगले 24 घंटों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे राहत कार्यों में और बाधा आने की आशंका है। मंडी जिले में पहले भी 30 जून को एक ही रात में 12 बार बादल फटने की घटनाएं हो चुकी हैं।
अब तक 1523 करोड़ का नुकसान
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक, प्रदेश को अब तक 1523 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। इसमें सबसे अधिक क्षति लोक निर्माण विभाग (₹780 करोड़) और जलशक्ति विभाग (₹499 करोड़) को हुई है। राज्य में अब तक 42 फ्लैश फ्लड, 25 बादल फटने और 32 भूस्खलन की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं।
