“भारतीय वायुसेना के साहसिक फ्लाईपास्ट ने गणतंत्र दिवस पर दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध”
नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में भारतीय वायुसेना ने अपने विमानों के साहसिक फ्लाईपास्ट से समां बांध दिया। इस वर्ष कुल 40 विमानों ने फ्लाईपास्ट में हिस्सा लिया, जिनमें 22 लड़ाकू विमान, 11 परिवहन विमान और 7 हेलीकॉप्टर शामिल थे। राफेल, सुखोई, जगुआर, डॉनियर, अपाचे हेलीकॉप्टर, सी-17, और सी-295 जैसे अत्याधुनिक विमानों के जांबाजी भरे करतब और गगनभेदी आवाज ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
12 अद्वितीय फॉर्मेशन ने बांधा समां
फ्लाईपास्ट के दौरान भारतीय वायुसेना ने 12 अद्वितीय फॉर्मेशन प्रस्तुत किए। सबसे पहला फॉर्मेशन ‘ध्वज’ था, जिसमें विमानों ने राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक ध्वज प्रदर्शित किया। इसके बाद अजय, सतलुज, कटार, बाज, रक्षक, अर्जन, वरुण, नेत्र और भीम जैसे फॉर्मेशन ने गणतंत्र दिवस के महत्व को आसमान में साकार किया।
- जगुआर विमानों ने ‘एरो फॉर्मेशन’ बनाया।
- राफेल विमानों ने वज्रंग फॉर्मेशन पेश किया, जबकि
- सुखोई विमानों ने त्रिशूल फॉर्मेशन बनाकर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।
- अंत में, राफेल लड़ाकू विमान ने ‘वर्टिकल चार्ली’ फॉर्मेशन के जरिए अद्भुत कौशल दिखाया, जिसने दर्शकों को स्तब्ध कर दिया।
पायलटों का अद्वितीय कौशल
भारतीय वायुसेना के सर्वश्रेष्ठ पायलटों ने इन शानदार फॉर्मेशन को अंजाम दिया। गणतंत्र दिवस परेड के दौरान इन पायलटों ने अपनी सटीकता और साहस से यह प्रदर्शित किया कि भारतीय वायुसेना विश्व की सबसे कुशल सेनाओं में से एक है।
वायुसेना के मार्चिंग दस्ते का प्रभावशाली प्रदर्शन
भारतीय वायुसेना के मार्चिंग दस्ते ने भी अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीत लिया। इस दस्ते में 144 वायुसैनिक शामिल थे, जिनका नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर महेंद्र सिंह ने किया। फ्लाइट लेफ्टिनेंट दामिनी देशमुख, नेपो मोइरंगथेम और अभिनव घोष अतिरिक्त अधिकारी के रूप में शामिल रहे। 12×12 की संरचना में मार्च करते हुए दस्ते ने भारतीय वायुसेना बैंड की ‘साउंड बैरियर’ धुन पर कदमताल किया।
समारोह का समापन और विशेष आकर्षण
समारोह का समापन राष्ट्रगान और तिरंगे रंगों वाले गुब्बारों के हवा में छोड़े जाने के साथ हुआ। इन गुब्बारों पर संविधान की पहचान अंकित थी, जो हमारे लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक बने।
इस वर्ष सिग्नल कोर के मोटरसाइकिल डिस्प्ले ने भी दर्शकों को रोमांचित किया। बुलेट मोटरसाइकिलों पर जांबाज जवानों ने अद्भुत करतब दिखाए और राष्ट्रपति को सलामी दी। इन मोटरसाइकिल सवारों ने अपनी टीमवर्क और साहस का प्रदर्शन कर सभी से खूब प्रशंसा बटोरी।
गणतंत्र दिवस का यह समारोह भारतीय वायुसेना की शक्ति और समर्पण का अद्वितीय उदाहरण था। यह न केवल भारत की सैन्य ताकत को प्रदर्शित करता है, बल्कि हमारे गणतंत्र की गौरवशाली यात्रा को भी सलाम करता है।
