“कृषि क्षेत्र में जीडीपी वृद्धि में 1% बढ़ोतरी की संभावना: डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन“
नई दिल्ली, 31 जनवरी 2025: भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन ने कहा कि कृषि क्षेत्र में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि में 1% की बढ़ोतरी की संभावना है। यह वृद्धि कृषि उत्पादन, बेहतर नीतियों और किसानों को दी जा रही सरकारी सहायता के चलते संभव हो सकती है।
कृषि क्षेत्र में सकारात्मक संकेत
डॉ. नागेश्वरन ने बताया कि 2024-25 के वित्त वर्ष में कृषि क्षेत्र की स्थिर प्रगति के कारण देश की समग्र आर्थिक वृद्धि में योगदान बढ़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में सुधार और डिजिटल कृषि की ओर बढ़ते कदम इस वृद्धि में सहायक हो सकते हैं।
मुख्य कारण जो कृषि वृद्धि को बढ़ावा देंगे
- सरकारी नीतियां और समर्थन:
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) जैसी योजनाओं से किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिल रहा है।
- कृषि अवसंरचना को मजबूत करने के लिए सरकार द्वारा नई योजनाएं लागू की जा रही हैं।
- प्रौद्योगिकी और नवाचार:
- ड्रोन टेक्नोलॉजी, स्मार्ट खेती और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग बढ़ा है।
- उर्वरक और सिंचाई तकनीकों में सुधार से फसल उत्पादन बढ़ने की संभावना है।
- जलवायु-अनुकूल कृषि और विविधीकरण:
- जलवायु-अनुकूल कृषि पद्धतियों को अपनाने से फसल नुकसान में कमी आई है।
- किसान अब पारंपरिक फसलों के अलावा बागवानी और जैविक खेती की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे बाजार में उनकी आय में वृद्धि हो रही है।
- कृषि निर्यात में बढ़ोतरी:
- भारतीय कृषि उत्पादों की वैश्विक मांग में वृद्धि हो रही है, जिससे किसानों को नए बाजार उपलब्ध हो रहे हैं।
- सरकार ने कृषि निर्यात को बढ़ाने के लिए नीतिगत सुधार किए हैं।
आर्थिक सर्वेक्षण के संकेत
आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र की भूमिका अहम बनी रहेगी। सुधारों, निवेश, और नीतिगत हस्तक्षेपों के कारण यह क्षेत्र अगले कुछ वर्षों में और मजबूती प्राप्त कर सकता है।
