“एफपीओ से जुड़कर महिलाओं को मिली हौसलों की उड़ान, भाजपा अध्यक्ष ने साइकिल वितरण में भ्रष्टाचार का लगाया आरोप“
एक ओर जहां एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन) से जुड़कर ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की ओर कदम बढ़ा रही हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने स्कूली बच्चों को दी जा रही साइकिलों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट कर आरोप लगाया कि कल्याण विभाग द्वारा विद्यार्थियों को दी जा रही साइकिलें “कबाड़” हैं। उन्होंने लिखा,
“राज्य के गरीब बच्चों को कबाड़ साइकिलें दी जा रही हैं। किसी के टायर फटे हैं, तो किसी के ट्यूब पंचर। क्या बच्चों की योजनाएं भी भ्रष्टाचार से बची हैं?”
मरांडी का आरोप:
- कई साइकिलें पहले से ही पंचर या क्षतिग्रस्त थीं।
- टायर-ट्यूब फटे हुए, ब्रेक और गियर असामान्य हालत में पाए गए।
- भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी, कि बच्चों को भी ठगा जा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से खराब साइकिलों को तत्काल वापस लेकर, बच्चों को बेहतर गुणवत्ता वाली साइकिलें देने की मांग की है। उन्होंने इसे कल्याणकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार का प्रतीक बताया और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और अब सरकार की ओर से औपचारिक जवाब की प्रतीक्षा की जा रही है।
