“उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही, आईटीबीपी-सेना समेत कई टीमें राहत कार्य में जुटीं“
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने की भयावह घटना के बाद धराली और सुखी टॉप क्षेत्रों में भारी तबाही हुई है। बाढ़ और भूस्खलन के चलते कई घर और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और भारतीय सेना के जवान फंसे हुए लोगों को निकालने और लापता लोगों की तलाश में लगे हुए हैं।
आईटीबीपी प्रवक्ता कमलेश कमल ने जानकारी दी कि धराली में बल की पांच टीमें पहले से मौजूद हैं, जिनमें 130 जवान तैनात हैं। साथ ही, 100 से अधिक जवान और भेजे जा रहे हैं। अब तक 100 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है और एक शव बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि किन्नौर मार्ग पर एक लकड़ी का पुल बह गया है, जिससे करीब 100 लोग फंस गए थे। अब तक 413 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और राहत कार्य लगातार जारी है।
एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शाहेदी के अनुसार, अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 50 से अधिक लोग लापता हैं। हर्षिल क्षेत्र में सेना के 11 जवान लापता बताए गए हैं, वहीं सुखी टॉप क्षेत्र से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। ऋषिकेश-उत्तरकाशी राजमार्ग पर मलबा आने से यातायात बाधित हो गया है, जिससे राहत टीमें प्रभावित क्षेत्रों तक समय पर नहीं पहुंच पा रही हैं।
