राज्यसभा में हुई शिक्षा मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा

राज्यसभा में शिक्षा मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा शुरू

राज्यसभा में आज शिक्षा मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा की शुरुआत हुई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने चर्चा की शुरुआत करते हुए शिक्षकों के कौशल और प्रशिक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में शोधकर्ताओं को जूनियर रिसर्च फेलोशिप देने में देरी हो रही है, जो एक गंभीर मुद्दा है। श्री सिंह ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विश्वविद्यालयों से जीएसटी वसूल रही है, जो पहले कभी नहीं हुआ था और इससे शिक्षा क्षेत्र पर बोझ बढ़ रहा है।

भारतीय जनता पार्टी के घनश्याम तिवारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश की शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत 41 हजार करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। श्री तिवारी ने यह भी बताया कि 14,500 से अधिक स्कूलों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है, जिससे शिक्षा के स्तर में सुधार होगा।

तृणमूल कांग्रेस के नेता रीताब्रत बनर्जी ने कहा कि बजट में शिक्षा पर केंद्र का खर्च सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का शून्य दशमलव तीन-से- सात प्रतिशत है, जिसे बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने बेरोजगारी के मुद्दे पर भी चर्चा की और सरकार से इस पर ध्यान देने की अपील की।

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