“किन्नौर में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, NH-5 पर यातायात बहाल करने में BRO की कड़ी मशक्कत“
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में 13 और 14 अगस्त को हुई भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। इस आपदा का सबसे अधिक असर सड़कों पर पड़ा, खासकर राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 (NH-5) पर, जो निगुलसरी, रालडांग खड्ड और मलिंग नाला जैसे हिस्सों में पूरी तरह बंद हो गया था।
निगुलसरी मार्ग पर लगातार मलबा और पत्थर गिरने से सड़क बार-बार बंद हो रही है। हालांकि मौके पर मौजूद भारी मशीनरी से इसे कुछ घंटों में अस्थायी रूप से खोल दिया जाता है।
रालडांग खड्ड में भारी बाढ़ के कारण NH-5 पर बड़े पत्थर जमा हो गए थे। सीमा सड़क संगठन (BRO) को सड़क बहाली के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। लगातार दो दिन की मशक्कत के बाद आज दोपहर वन-वे ट्रैफिक शुरू किया गया और फंसे हुए वाहनों को निकाला गया। इसके बाद करीब चार घंटे बाद NH-5 को पूरी तरह से वाहनों के लिए खोल दिया गया।
इसी तरह मलिंग नाला क्षेत्र में भी BRO ने मशीनरी लगाई है, लेकिन ऊपरी पहाड़ियों से लगातार गिरते पत्थर सड़क खोलने में बाधा बने हुए हैं। BRO का कहना है कि यदि पत्थरों का गिरना थम गया तो शाम तक इस मार्ग को भी बहाल कर दिया जाएगा।
