चंबा जिले में अवैध खनन से पर्यावरण और नदी किनारों को खतरा

चंबा जिले में बढ़ता अवैध खनन, पर्यावरण को भारी नुकसान

चंबा जिले में अवैध खनन का कारोबार तेजी से फैल रहा है। खनन माफिया जे.सी.बी. मशीनों का इस्तेमाल कर नदी किनारों से बड़ी मात्रा में रेत और बजरी निकाल रहे हैं, जिससे पर्यावरण को गंभीर नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद संबंधित विभाग द्वारा कोई कठोर कार्रवाई नहीं की गई है।

हाल ही में अवैध खनन में लिप्त लोगों ने एक अधिकारी पर हमला कर दिया, लेकिन इसके बावजूद सरकार इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाने में नाकाम रही है। राजपुरा, तड़ोली और उदयपुर जैसे इलाकों में दिन-रात अवैध खनन जारी है, जिससे नदियों और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

चंबा जिले में बढ़ता अवैध खनन, पर्यावरण को भारी नुकसान

चंबा जिले में अवैध खनन का कारोबार तेजी से फैल रहा है। खनन माफिया जे.सी.बी. मशीनों का इस्तेमाल कर नदी किनारों से बड़ी मात्रा में रेत और बजरी निकाल रहे हैं, जिससे पर्यावरण को गंभीर नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद संबंधित विभाग द्वारा कोई कठोर कार्रवाई नहीं की गई है।

हाल ही में अवैध खनन में लिप्त लोगों ने एक अधिकारी पर हमला कर दिया, लेकिन इसके बावजूद सरकार इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाने में नाकाम रही है। राजपुरा, तड़ोली और उदयपुर जैसे इलाकों में दिन-रात अवैध खनन जारी है, जिससे नदियों और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

पर्यावरणविदों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस पर तत्काल ध्यान देने की मांग की है। अगर जल्द ही प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई, तो यह प्राकृतिक संसाधनों और क्षेत्र के संतुलित विकास के लिए गंभीर चुनौती बन सकता है। प्रशासन और सरकार को अवैध खनन पर सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि नदियों और पर्यावरण को बचाया जा सके।

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