आईएमडी ने कई राज्यों में जारी की भारी बारिश की चेतावनी, राजस्थान से मानसून वापसी के संकेत

IMD ने पूर्व, दक्षिण और मध्य भारत में भारी बारिश की चेतावनी जारी की, मानसून की वापसी की भी संभावना

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शुक्रवार को पूर्वी, दक्षिणी और मध्य भारत में आने वाले दिनों में भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र, जो आंध्र प्रदेश के उत्तरी और ओडिशा के दक्षिणी तट से लगा है, इस बारिश का मुख्य कारण है।

इसके तहत:

  • 12 और 13 सितंबर को ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और यानम में भारी बारिश हो सकती है।
  • 12 से 14 सितंबर के बीच तेलंगाना में बारिश का असर रहेगा।
  • 13 से 15 सितंबर तक महाराष्ट्र में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है।

पूर्वोत्तर और पूर्व भारत में भी व्यापक असर दिखेगा:

  • असम और मेघालय में 12 से 16 सितंबर तक भारी बारिश।
  • नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 12 से 15 सितंबर तक बारिश की संभावना।
  • अरुणाचल प्रदेश में 13 से 15 सितंबर तक भारी बारिश।
  • उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार में 13 और 14 सितंबर को भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि 15 सितंबर के आसपास पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों से मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हो रही हैं। इससे संकेत मिलता है कि राजस्थान में मानसून की विदाई जल्द शुरू हो सकती है।

हालिया बारिश का प्रभाव

पिछले 24 घंटों में कई इलाकों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश हुई है:

  • उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और तेलंगाना में 21 सेंटीमीटर या उससे अधिक बारिश दर्ज की गई।
  • उत्तराखंड में बहुत भारी बारिश हुई।
  • हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, सिक्किम, असम, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, झारखंड, मराठवाड़ा, रायलसीमा और तमिलनाडु में भी भारी बारिश हुई।

दिल्ली-एनसीआर का मौसम

दिल्ली-एनसीआर में 12 से 15 सितंबर तक आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। 13 और 14 सितंबर को हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इस दौरान दिन का तापमान 32°C से 35°C के बीच रहेगा जबकि रात का तापमान 24°C से 26°C के आसपास रह सकता है। सतही हवाएं उत्तर-पश्चिम दिशा से 15 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलेंगी, जो शाम और रात में धीरे-धीरे कमजोर हो जाएंगी।

यह मौसम पूर्व, दक्षिण और मध्य भारत के कई हिस्सों में सतर्क रहने की आवश्यकता को रेखांकित करता है। नागरिकों को मौसम विभाग द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।

Spread the love

More From Author

केंद्र की मदद 10000 करोड़ से अधिक, सही प्रकार से खर्च करें कांग्रेस सरकार: कश्यप

मॉरीशस के पीएम ने किए रामलला के दर्शन

Recent Posts