“कोलकाता एयरपोर्ट के 100 साल पूरे: शताब्दी समारोह 21 दिसंबर को, ऐतिहासिक यात्रा का जश्न”
कई ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी कोलकाता स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (एनएससीबीआई एयरपोर्ट) अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे कर चुका है। यह हवाई अड्डा न केवल भारत की विमानन यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है बल्कि इसे प्रगति और कनेक्टिविटी का प्रतीक भी माना जाता है।
1924 में हुई थी स्थापना
हवाई अड्डे के प्रवक्ता राजेश कुमार ने जानकारी दी कि 1924 में दमदम एयरपोर्ट के रूप में इस हवाई अड्डे की शुरुआत हुई थी। वर्ष 1929 में इसने बंगाल फ्लाइंग क्लब की मेजबानी कर भारतीय विमानन क्षेत्र में एक ऐतिहासिक योगदान दिया। वर्ष 1964 में यह जेट सेवा का प्रमुख केंद्र बना, जबकि 1975 में यहाँ पहला समर्पित एयरलाइन कार्गो टर्मिनल खोला गया। 1995 में इसका नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा रखा गया और 2013 में एक आधुनिक एकीकृत टर्मिनल का उद्घाटन हुआ।
21 दिसंबर को शताब्दी समारोह
हवाई अड्डे के 100 साल पूरे होने के अवसर पर 21 दिसंबर 2024 को शताब्दी समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्घाटन नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू किंजरापु करेंगे। उनके साथ नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, लोकसभा सांसद प्रो. सौरभ रॉय, और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के चेयरमैन विपिन कुमार समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे।
“उड़ान यात्री कैफे” का उद्घाटन और अन्य आयोजन
इस समारोह में हवाई अड्डे की समृद्ध विरासत को दर्शाते हुए “उड़ान यात्री कैफे” नामक बजट-फ्रेंडली कैफे का उद्घाटन किया जाएगा। यात्रियों के लिए यह कैफे किफायती दरों पर गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा, समारोह के अवसर पर:
- स्मारक डाक टिकट और सिक्के जारी किए जाएंगे।
- हवाई अड्डे की ऐतिहासिक यात्रा और आधुनिकता को समेटने वाली कॉफी टेबल बुक लॉन्च की जाएगी।
आधुनिक सेवाओं के साथ प्रमुख केंद्र
1,566.3 एकड़ भूमि में फैले इस हवाई अड्डे की वार्षिक क्षमता 2.6 करोड़ यात्रियों की है। यह 49 घरेलू और 15 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए उड़ानें उपलब्ध कराता है। इसके आधुनिक कार्गो टर्मिनल ने पूर्वी भारत को वैश्विक बाजारों से जोड़ने में एक अहम भूमिका निभाई है।
100 वर्षों का गौरवशाली सफर
100 वर्षों की यात्रा में कोलकाता एयरपोर्ट ने “सिटी ऑफ जॉय” के गौरव को बढ़ाते हुए खुद को दुनिया के प्रमुख विमानन केंद्रों में स्थापित किया है। साधारण शुरुआत से लेकर आज यह लोगों, संस्कृतियों और देशों को जोड़ने का एक महत्वपूर्ण सेतु बन चुका है
