“रुद्रप्रयाग में भारी बारिश से केदारनाथ यात्रा बाधित, बस दुर्घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर चार“
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग ज़िले में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण प्रशासन ने सोनप्रयाग-मुनकटिया मार्ग पर आवाजाही अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दी है। यह मार्ग केदारनाथ यात्रा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन स्लाइडिंग ज़ोन में मलबा और पत्थर गिरने के कारण यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए मार्ग बंद किया गया।
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के मद्देनज़र रोका गया यातायात
रुद्रप्रयाग पुलिस के अनुसार, सोनप्रयाग और मुनकटिया के बीच सड़क पर लगातार मलबा गिर रहा है, जिससे तीर्थयात्रियों की आवाजाही बाधित हो गई है।
- यात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
- जैसे ही मार्ग साफ हुआ, प्रशासन ने नियंत्रित तरीके से आवाजाही फिर से शुरू की।
- प्रशासन, पुलिस और कार्यदायी संस्था अतिरिक्त सतर्कता के साथ मार्ग की निगरानी कर रहे हैं।
पुलिस की तीर्थयात्रियों से अपील
रुद्रप्रयाग पुलिस ने तीर्थयात्रियों से आग्रह किया है कि वे
- मौसम पूर्वानुमान पर नजर रखें,
- यात्रा के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतें,
- और प्रशासन द्वारा जारी अधिकारिक सूचनाओं का पालन करें।
रुद्रप्रयाग बस दुर्घटना: मृतकों की संख्या हुई चार
इस बीच, गुरुवार को हुई बस दुर्घटना में लापता यात्रियों की तलाश के लिए अलकनंदा नदी में बचाव अभियान लगातार दूसरे दिन जारी रहा।
- श्रीनगर बांध के पास एक महिला यात्री का शव बरामद किया गया, जिसकी पहचान गौरी सोनी के रूप में हुई है।
- इससे हादसे में मृतकों की कुल संख्या चार हो गई है।
बचाव अभियान में जुटी टीमें
एसडीआरएफ इंस्पेक्टर मंजरी नेगी ने बताया कि
- रेस्क्यू टीमों को तीन हिस्सों में बांटा गया है: गोवा बीच, धारी देवी, और श्रीनगर बांध के पास।
- एसएसबी की सहायता से खोज अभियान जारी है।
- राफ्ट, दूरबीन और OVM उपकरण के ज़रिए नदी के प्रमुख स्थानों पर तलाशी ली जा रही है।
हादसे की पृष्ठभूमि
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, बस रुद्रप्रयाग से बद्रीनाथ जा रही थी, जब घोलतीर क्षेत्र में सामने से आ रहे एक वाहन से टकराकर 300 मीटर गहरी खाई में गिर गई और सीधे अलकनंदा नदी में समा गई।
