“डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल को मिला पूर्ण NABH सर्टिफिकेट, देश का पहला केंद्रीय सरकारी अस्पताल बना“
डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल और अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान देश का पहला केंद्रीय सरकारी अस्पताल बन गया है, जिसे नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स (NABH) का पूर्ण प्रमाणन प्राप्त हुआ है। यह मान्यता मरीजों की सुरक्षा, बुनियादी ढांचे, नैदानिक प्रोटोकॉल और प्रशासनिक मानकों में उत्कृष्टता का प्रतीक मानी जाती है।
अस्पताल के निदेशक डॉ. अशोक कुमार ने इसे मरीज-केंद्रित और सुरक्षित स्वास्थ्य सेवा के प्रति प्रतिबद्धता का महत्वपूर्ण कदम बताया। NABH, जो क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया का हिस्सा है, अस्पतालों के लिए 500 से अधिक मानक तय करता है, जिनमें संक्रमण नियंत्रण, आपातकालीन देखभाल, दस्तावेज़ीकरण, मरीजों के अधिकार और स्टाफ प्रशिक्षण शामिल हैं।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विवेक दीवान ने बताया कि प्रमाणन के लिए दो वर्षों तक सभी प्रक्रियाओं को बनाए रखा और मॉनिटर किया गया। डीन प्रो. आर्टी मारिया ने इसे सामूहिक प्रयास का परिणाम बताया, जिसमें नर्सों से लेकर सुरक्षाकर्मियों तक सभी की भागीदारी रही।
NABH समिति के अध्यक्ष प्रो. समीक भट्टाचार्य ने बताया कि 31 विभागों ने SOPs तैयार किए, लगभग 150 फॉर्म और प्रारूप बनाए गए, अग्नि सुरक्षा और आपातकालीन कोड प्रशिक्षण आयोजित किए गए, और NABH अधिकारियों ने दस्तावेज़, साक्षात्कार व अभ्यास सत्रों का निरीक्षण किया।
यह 1,500 बिस्तरों वाला अस्पताल रोजाना लगभग 8,000 ओपीडी मरीज और 100–150 आपातकालीन मामलों को संभालता है, और 561 मानकों को इस पैमाने पर पूरा करना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
