“छह महीने में आधार फेस ऑथेंटिकेशन लेनदेन 100 करोड़ से बढ़कर 200 करोड़”
केंद्र सरकार के अनुसार, आधार-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन ने रिकॉर्ड समय में नया मानक स्थापित किया है। जनवरी 2025 में 100 करोड़ लेनदेन दर्ज करने के बाद, मात्र छह महीने में यह संख्या दोगुनी होकर 200 करोड़ तक पहुंच गई। इस तकनीक से आधार धारक बिना किसी दस्तावेज के, सुरक्षित, संपर्क रहित और तुरंत अपनी पहचान सत्यापित कर सकते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय ने बताया कि यह उपलब्धि देश की डिजिटल तत्परता और तकनीक की मापनीयता का प्रमाण है। यूआईडीएआई के सीईओ भुवनेश कुमार ने कहा कि यह सफलता आधार के सुरक्षित और समावेशी ऑथेंटिकेशन सिस्टम में निवासियों और सेवा प्रदाताओं के विश्वास को दर्शाती है।
मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि यह केवल संख्याओं की उपलब्धि नहीं, बल्कि इस बात का प्रमाण है कि कैसे समावेशी तकनीक नागरिकों को सशक्त बनाकर, ग्रामीण से शहरी क्षेत्रों तक डिजिटल खाई को पाट सकती है और भारत को आत्मविश्वासी डिजिटल भविष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ा सकती है।
