“समोसा-जलेबी पर चेतावनी लेबल की खबरें भ्रामक: स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी स्पष्टता”
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सोशल मीडिया और कुछ समाचार माध्यमों में चल रही उन खबरों को भ्रामक बताया है, जिनमें दावा किया जा रहा था कि सरकार समोसा, जलेबी और अन्य पारंपरिक खाद्य पदार्थों पर चेतावनी लेबल लगाने जा रही है।
मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि ऐसी कोई योजना नहीं है। दरअसल, कार्यस्थलों पर कर्मचारियों को स्वस्थ खानपान के प्रति जागरूक करने और स्वस्थ विकल्पों को प्रोत्साहित करने के लिए एक परामर्श (advisory) जारी किया गया है।
मंत्रालय ने क्या कहा?
- यह सलाह केवल स्वैच्छिक दिशा-निर्देश हैं, जिनका उद्देश्य कार्यालयों, संस्थानों और कंपनियों में स्वस्थ आहार संस्कृति को बढ़ावा देना है।
- पारंपरिक व्यंजन जैसे समोसा, जलेबी, वड़ा, पकौड़ा आदि पर कोई चेतावनी लेबल लगाने का निर्देश नहीं दिया गया है।
- भ्रामक रिपोर्टों से जनता में अनावश्यक भ्रम और भय फैलाया जा रहा है।
उद्देश्य:
इस पहल का मकसद है:
- वर्कप्लेस कैफेटेरिया में अधिक फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम वसा, नमक व शक्कर वाले विकल्प उपलब्ध कराना।
- लोगों को जागरूक करना कि स्वस्थ विकल्पों का चयन कैसे करें।
- मधुमेह, मोटापा, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों से बचाव करना।
